बथुआ की सब्जी (Bathua ki Sabzi) रेसिपी
बथुआ (Chenopodium Greens) सर्दियों में मिलने वाली एक बेहद पौष्टिक हरी सब्जी है, जो विटामिन, खनिज और फाइबर से भरपूर होती है। यह पाचन के लिए फायदेमंद होती है और शरीर को गर्माहट देती है। बथुआ की सब्जी को कई तरीकों से बनाया जाता है, जैसे – आलू डालकर, दाल के साथ, या प्यूरी बनाकर। आज हम पारंपरिक उत्तर भारतीय स्टाइल में बथुआ की सब्जी बनाएंगे, जिसमें कम मसालों का उपयोग करके इसकी प्राकृतिक स्वाद को बनाए रखा जाएगा।
सामग्री
मुख्य सामग्री:
- 2 कप बथुआ के पत्ते (बारीक कटे हुए)
- 1 मध्यम आकार का आलू (वैकल्पिक, छोटे टुकड़ों में कटा हुआ)
- 1 मध्यम प्याज (बारीक कटा हुआ)
- 1 मध्यम टमाटर (बारीक कटा हुआ)
- 2 हरी मिर्च (बारीक कटी हुई)
- 4-5 लहसुन की कलियां (बारीक कटी हुई)
- 1 इंच अदरक (कद्दूकस किया हुआ)
मसाले और तड़का:
- ½ चम्मच हल्दी पाउडर
- ½ चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- ½ चम्मच धनिया पाउडर
- ½ चम्मच जीरा
- ½ चम्मच गरम मसाला
- स्वादानुसार नमक
- 1 टेबलस्पून सरसों का तेल या घी
वैकल्पिक सामग्री:
- ½ कप उबली हुई चना दाल (अधिक प्रोटीन के लिए)
- 1 चम्मच नींबू का रस (अधिक स्वाद के लिए)
- 1 टेबलस्पून ताजा धनिया पत्ती (गार्निश के लिए)
बनाने की विधि
चरण 1: बथुआ की सफाई और तैयारी
- बथुआ के पत्तों को अच्छी तरह धो लें ताकि मिट्टी और अशुद्धियाँ निकल जाएँ। क्योंकि बथुआ के पत्तों में काफी मिट्टी हो सकती है, इसे 2-3 बार अच्छे से धोना ज़रूरी है।
- अतिरिक्त पानी निकालकर पत्तों को बारीक काट लें।
चरण 2: बथुआ उबालना (अगर प्यूरी बनानी हो तो)
- अगर आप चिकनी प्यूरी वाली सब्जी बनाना चाहते हैं, तो बथुआ को 5-7 मिनट तक उबालें, ठंडा करें और पीस लें।
- अगर आप कटे हुए बथुआ के पत्तों की सब्जी बनाना चाहते हैं, तो इस स्टेप को छोड़ दें।
चरण 3: सब्जी बनाना
- कढ़ाई में तेल गर्म करें – कढ़ाई में 1 टेबलस्पून सरसों का तेल डालें और इसे हल्का धुआं छोड़ने तक गरम करें।
- जीरा तड़का दें – इसमें ½ चम्मच जीरा डालें और भूनें।
- लहसुन, अदरक और हरी मिर्च डालें – इन्हें कुछ सेकंड तक भूनें जब तक लहसुन हल्का सुनहरा न हो जाए।
- प्याज डालें – बारीक कटे हुए प्याज डालें और हल्का सुनहरा होने तक भूनें।
- टमाटर और मसाले मिलाएं – अब कटा हुआ टमाटर, हल्दी, धनिया पाउडर, लाल मिर्च पाउडर और नमक डालकर 3-4 मिनट तक भूनें जब तक टमाटर नरम न हो जाए।
- आलू डालें (अगर उपयोग कर रहे हैं) – अगर आप आलू डाल रहे हैं, तो अब मिलाएं और 5-7 मिनट तक ढककर पकाएं।
- बथुआ डालें – अब बारीक कटा हुआ या पीसा हुआ बथुआ डालकर अच्छी तरह मिलाएं।
- ढककर पकाएं – अगर कटे हुए पत्ते डाल रहे हैं, तो इसे 10-12 मिनट तक धीमी आंच पर पकाएं। अगर प्यूरी बना रहे हैं, तो 5 मिनट में पक जाएगा।
- वैकल्पिक सामग्री डालें – अगर आप उबली हुई चना दाल डालना चाहते हैं, तो अभी डालें और मिलाएं।
- अंत में गरम मसाला डालें – ½ चम्मच गरम मसाला डालें और अच्छे से मिलाएं।
चरण 4: परोसने के सुझाव
- रोटी या पराठे के साथ – गरमा गरम फुल्का, बाजरा रोटी या पराठा के साथ परोसें।
- दाल-चावल के साथ – इसे सादा दाल-चावल के साथ एक साइड डिश के रूप में खाया जा सकता है।
- मक्के की रोटी के साथ – पारंपरिक तरीके से इसे मक्के की रोटी और सफेद मक्खन के साथ खाएं।
बथुआ के फायदे
- पौष्टिक तत्वों से भरपूर – बथुआ में विटामिन A, विटामिन C, आयरन और कैल्शियम प्रचुर मात्रा में होते हैं।
- पाचन के लिए फायदेमंद – यह पाचन सुधारने और कब्ज दूर करने में सहायक होता है।
- कम कैलोरी वाली सब्जी – यह वजन घटाने वालों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है।
- त्वचा और बालों के लिए अच्छा – इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को निखारते और बालों को मजबूत बनाते हैं।
- ब्लड शुगर कंट्रोल – यह डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद है क्योंकि यह ब्लड शुगर को स्थिर रखता है।
बथुआ की सब्जी के अन्य प्रकार
- बथुआ आलू सब्जी – आलू और बथुआ को मिलाकर बनाई जाती है।
- बथुआ का साग – सरसों के साग की तरह इसे प्यूरी बनाकर तैयार किया जाता है।
- बथुआ मूंग दाल – बथुआ को पीली मूंग दाल के साथ पकाकर पौष्टिक दाल बनाई जाती है।
- बथुआ पराठा – बथुआ को आटे में मिलाकर स्वादिष्ट पराठा बनाया जा सकता है।
बथुआ की सब्जी को स्वादिष्ट बनाने के टिप्स
✔ ताजे पत्ते चुनें – नरम और छोटे पत्ते चुनें, क्योंकि पुराने पत्ते हल्के कड़वे हो सकते हैं।
✔ जरूरत से ज्यादा न पकाएं – अधिक पकाने से पोषक तत्व नष्ट हो सकते हैं।
✔ सरसों के तेल का उपयोग करें – यह बथुआ के मिट्टी जैसे स्वाद को और निखारता है।
✔ अन्य हरी सब्जियों के साथ मिलाएं – इसे पालक, मेथी या सरसों के साग के साथ मिलाकर भी बनाया जा सकता है।
निष्कर्ष
बथुआ की सब्जी एक साधारण, स्वास्थ्यवर्धक और स्वादिष्ट व्यंजन है जो सर्दियों में ज़रूर बनाना चाहिए। यह आसानी से उपलब्ध होता है और इसे अलग-अलग तरीकों से पकाया जा सकता है। चाहे आप इसे सूखी सब्जी के रूप में खाएं, साग बनाएं या दाल में मिलाएं, यह हर रूप में फायदेमंद है। इस रेसिपी को आज़माएं और सर्दियों के इस अनमोल हरे साग का आनंद लें!
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